जिले में कोरोनावायरस के चलते एक शादी को निरस्त कर दिया गया। परिवार को रिसेप्शन करने की अनुमति नहीं दी गई। परिवार के लोगों कहना है कि दो महीने से एकलौते बेटे की शादी की तैयारियां चल रही थी। गार्डन बुक किया गया लेकिन अनुमति न मिलने की वजह से रिसेप्शन निरस्त कर दिया गया। बारात में भी सिर्फ घर के लोग ही गए। वहीं मेहमानों को भी परिवार के लोगों ने सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से कार्यक्रम निरस्त होने की सूचना दी।
19 मार्च को था रिस्पेशन
31 मार्च तक मैरिज गार्डन बंद करने के आदेश के बाद कोलुआ के रहने वाले प्यारा सिंह सिख के बेटे परमजीत सिंह की बारात 18 मार्च को अमर मैरिज गार्डन अशोकनगर से गुना के पास जाना थी। 19 मार्च को रिसेप्शन था। मंगलवार को पिता रिश्तेदारों के साथ मैरिज गार्डन पहुंचे तो संचालक ने कहा कि प्रशासन से अनुमति ले आओ। एसडीएम से कलेक्टर मिले पर प्रशासन ने अनुमति नहीं दी। दूल्हे के पिता प्यारे सिंह ने बताया कि प्रशासन का कहना था कि खाना गरीबों में बांट दो और गुरुद्वारा की जगह कोर्ट से शादी कर लो। इसके बाद बारात में भी नजदीकी रिश्तेदार ही शादी में शामिल हुए।
डब्लूएचओ के ने दिया प्रशिक्षण
विश्व स्वास्थ्य संगठन के सीनियर मेडिकल आफिसर डॉ. शेखावत सिंह ने कोरोना वायरस से बचाव एवं उपचार को लेकर प्रशिक्षण दिया। लक्षण तथा इससे बचाव के क्या उपाय है, इस बारे में जानकारी दी।
बैंक में आए सभी ग्राहकों के सेनेटाइजर से साफ कराए हाथ
पंजाब नेशनल बैंक शाखा के मुख्य प्रबंधक पंकज राठौर ने बैंक में सभी ग्राहकों के हाथ सेनेटाइजर से धुलवाए। बैंक के मुख्य द्वार पर सूचना चस्पा की जिसमें लिखा है कि बैंक में आने वाले प्रत्येक ग्राहक सेनेटाइजर से हाथ धुलवाकर ही अंदर आएं।
सेनेटाइजर, मास्क की कालाबाजारी पकड़ी तो होगा लाइसेंस निरस्त
बुधवार को सीएमएचओ डॉ. जे आर त्रिवेदिया ने मेडिकल संचालकों की बैठक ली। सभी दुकानदारों को बुलाया था लेकिन 6 ही दुकानदार पहुंचे। सीएमएचओ ने बताया कि सेनेटाइजर और मास्क की कालाबाजारी की शिकायत मिली है। अगर कालाबाजारी होती है तो वे लाइसेंस निरस्त की कार्रवाई करेंगे। उन्होंने रेट से अधिक इन वस्तुओं का विक्रय न करने की चेतावनी दी।
इकलौते बेटे की शादी के सपने टूटे, लेकिन लोगों की चिंता भी
सुबह जब परिजन गार्डन पहुंचे तो वहां न टैंट लगा न ही कोई व्यवस्था थी। वहां से नाश्ता करने के बाद दूल्हा की तैयारी कर तीन-चार गाड़ियों से बारात ले गए। दूल्हा के पिता और फूफाजी गुरु प्रताप सिंह ने बताया कि उनका अब तक ढ़ाई लाख रुपए खर्च हो गया है। लेकिन जनहित और लोगों के स्वास्थ्य से जुड़े मामले के चलते उन्हें इकलौते बेटे की शादी में जो सपने संजोए थे उसके टूटने का दुख भी है। लेकिन दबाव में नहीं बल्कि स्वेच्छा से उन्होंने इस निर्णय को माना है।